*”स्वीकृति: तनाव से मुक्ति का मार्ग”*

. *”स्वीकृति: तनाव से मुक्ति का मार्ग”*

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तनावपूर्ण विचार केवल निराधार खयाल नहीं, बल्कि जीवन की वास्तविकता के प्रति हमारे प्रतिरोध का संकेत हैं। जब हम वर्तमान को स्वीकारने से इंकार करते हैं, तब भीतर संघर्ष जन्म लेता है — यही तनाव की जड़ है। हम उस स्थिति को बदलने की व्यर्थ चेष्टा करते हैं जिसे तत्काल बदला नहीं जा सकता, और इस प्रयास में मानसिक ऊर्जा नष्ट होती जाती है। यह दिखाता है कि हमारा मन वर्तमान क्षण से सामंजस्य नहीं बिठा पा रहा।

 

इस पीड़ा से मुक्ति किसी बाहरी उपाय में नहीं, बल्कि मन की सरल अवस्था — स्वीकृति — में है। वास्तविकता को बिना शर्त स्वीकारने के साथ ही आंतरिक संघर्ष समाप्त हो जाता है। स्वीकृति हार नहीं, बल्कि ऊर्जा को प्रतिरोध से हटाकर रचनात्मकता की ओर मोड़ने की प्रक्रिया है। जहाँ मन वर्तमान से लड़ना छोड़ देता है, वहाँ शांति स्वतः स्थापित हो जाती है। तनावमुक्त जीवन का एकमात्र मार्ग है — जीवन को जैसा है, वैसा ही स्वीकार करना।

 

. “सनातन”

*(एक सोच , प्रेरणा और संस्कार)*

पंकज शर्मा (कमल सनातनी)

*जीने की कला – 12/10/2025*

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