पूजा करते समय नारियल का मुख हमेशा पूजा करने वाले की तरफ होना चाहिए, यह सबसे शुभ माना जाता है, जबकि नारियल के मुख को नीचे या पूर्व दिशा में रखने से क्रमशः शत्रुओं में वृद्धि और धन हानि होती है. नारियल का मुख वह हिस्सा होता है जहां तीन आंखें (या एक मुख और दो नेत्र) दिखाई देते हैं, यह हिस्सा डंठल से जुड़ा हुआ होता है. नारियल का नुकीला सिरा मुख नहीं होता है.
नारियल कैसे रखे,
वर्णित श्लोक :-
अधोमुखं शत्रु विवर्धनाय, ऊर्ध्वस्य वस्त्रं बहुरोग वृध्यै। प्राचीमुखं वित विनाशनाय, तस्तमात् शुभम संमुख्यम नारीकेलम :
अर्थ:नारियल का मुख नीचे की तरफ रखने से शत्रु में वृद्धि होती है, नारियल का मुख ऊपर की तरफ रखने से रोग बढ़ते हैं पूर्व की तरफ नारियल का मुख रखने से धन का विनाश होता है।
इसलिए नारियल की स्थापना हमेशा उसका मुख अपनी तरफ रख कर करना चाहिए। खड़े नारियल की स्थापना करना शुभ नहीं होता है।
जय माता की
आप सभी को नवरात्रि की बहुत शुभकामनाएं।
आचार्य भार्गव कौशिक
आर एस एस मुख्य शिक्षक
वेद शाखा वृंदावन (मथुरा) उत्तर प्रदेश
गजरौला (अमरोहा)
उत्तर प्रदेश 244235
M.No: 7060223291
